मध्यप्रदेश भारत का “हृदय प्रदेश” कहलाता है, जो न केवल भौगोलिक रूप से देश के केंद्र में स्थित है बल्कि सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और जनजातीय विविधता का भी केंद्र है। यहाँ अनेक जनजातियाँ जैसे — गोंड, भील, कोरकू, बैगा, सहरिया, और भीलाला निवास करती हैं। इन जनजातियों ने न केवल अपनी…